कॉलेज में एक भीषण दिन के बाद, मेरी सौतेली बहन अपने अभयारण्य में आराम कर रही है। मैं उसके साथ जुड़ता हूं, एक उग्र मुठभेड़ की शुरुआत करता हूं। हमारा कच्चा, अंतरंग क्षण सामने आता है, जिससे उसकी छिपी हुई इच्छाएं प्रकट होती हैं। यह निषिद्ध आनंद की एक सच्ची, अनफ़िल्टर्ड कहानी है।