एक सौतेला बेटा विदेश में एक साल से घर लौटता है, अपनी सौतेली माँ के गर्म, परिपक्व शरीर के लिए तरस रहा है। उनकी वासनापूर्ण मुठभेड़ प्रज्वलित होती है, जब वह उसके पर्याप्त भोसड़े का स्वाद लेता है और उसके उभारों का पता लगाता है। यह भावुक प्रयास उनके अंतिम अंतरंग नृत्य को चिह्नित करता है।