राहुल की आंटी और मैं उनके बिस्तर पर एक गर्म रात साझा करते हैं, हमारे शरीर एक जोशीले नृत्य में डूबे हुए हैं। उनके कामुक उभार मेरे स्पर्श को पूरा करते हैं, हमारी सांसों में भरी हुई फुसफुसाहट हमारी इच्छा को बढ़ाती है। हम एक-दूसरे का पता लगाते हैं, उनकी धारें और कराहें हमारी साझा परमानंद को गूंजती हैं।