जब हमारी सौतेली बहन अन्ना और मैं घर पर अकेले थे, तो हमने आखिरकार अपनी दबी हुई इच्छाओं को पूरा कर लिया। अपनी आंतरिक इच्छाओं को उजागर करते हुए, हम रसोई की मेज पर उतर आए और गंदे हो गए, एक दीर्घकालिक रिश्ते के लिए हर पल को कैद कर लिया। घर का बना बुक्कके तांडव।